
नीम, आंवला, बरगद, पीपल जैसे पेड़ों से धरा सजाए,
ठंडी छाया और जीवन रक्षक प्राण वायु का लाभ उठाए।
रोग नाशक अनमोल औषधियों का भरपूर खजाना पाए,
अपने साथ साथ दूसरों के लिए भी जीवन आधार पाए।
रणनीति ऐसी बनाए कि हरे भरे वृक्षों को कोई काट न पाए,
प्लास्टिक के प्रयोग को प्रतिबंधित कर दुनिया को बचाए।
दुष्परिणाम ध्वनि विस्तारक यंत्रों के समझे और समझाएं,
समय रहते इनके लिए आवश्यक कदम उठाए जाए।
नदी नालों को स्वच्छ और सुंदर बना पर्यावरण बचाए,
इनके किनारों को हरे भरे सुंदर वृक्षों से खूब सजाए।
विश्व पर्यावरण दिवस की महत्ता को समझे और समझाएं,
पर्यावरण सुरक्षा की जिम्मेदारी कर्तव्य है हमारा जान जाए।
पेड़, पौधों से लदे जंगल को बचा खुशियों का खजाना पाए,
काम हो ऐसा कि पर्व सा उत्साह सम्पूर्ण जग में छा जाए।
पर्यावरण दिवस को सार्थक सही मायने में बनाए,
योजना केवल एक दिन के लिए ही ना बनाए।
पर्यावरण संरक्षण का जज्बा जन जन में जगाए,
प्रदूषण रहित धरा पर लोगों को नया जीवन मिल जाए।
डॉ. रेखा मंडलोई ‘ गंगा ‘ इंदौर
kavy ganga