
योग से होता चित्त की वृतियों का शमन इसलिए करना है हमें योग,
मन से शरीर का मिलन भाव प्रदान कर मजबूती देता है हमें योग।
आत्मा को परमात्मा से जोड़ एकाकार का भाव जगाने का नाम है योग,
सर्वोत्तम समय है ब्रह्ममुहूर्त तभी करो सब मिल व्यायाम और योग।
शान्त, सौम्य वातावरण और मन में हो उल्लास तभी बने संयोग,
क्षमतानुसार व्यायाम संग करे थोड़ा विश्राम और पाए सुख आरोग्य।
श्वास, प्रश्वास संग करे आसन और
लाभ द्विगुणित बढ़ाए यह योग,
नित प्रार्थना से करे शुरू फिर करे अंग संचालन के विभिन्न प्रयोग।
सूर्य नमस्कार है महान इसके महत्व को समझ करे नित प्रयोग
रीढ़, हाथ, पैर और मस्तक, संचालन का हो जब उपयोग।
संजीवनी बूटी बन देता प्राणों को ठोस आधार ऐसा है यह योग,
मन मंदिर हो स्वस्थ उसी का जिसमें समाया हो पूर्ण मनोयोग।
जीवनदायनी शक्ति संग बढ़े चुस्ती फूर्ति दूर भगाए सारे रोग।
बालक, बूढ़े या हो जवान सबको जीवनाधार देता है यह योग,
पद्मासन, वज्रासन या हो ताड़ासन का सार्थक प्रयोग।
विश्व की शक्ति को बनाए मजबूत और बनाता सबको योग्य,
विश्व योग दिवस पर देते बधाइयां और करे नित नए प्रयोग।
स्वस्थ, सुंदर हो विश्व की पीढ़ी और प्रसन्न हो विश्व के लोग,
इसी भाव से आज मनाए विश्व योग दिवस और करे सब योग।
डॉ. रेखा मंडलोई ‘गंगा ‘
डॉ. रेखा मंडलोई ‘गंगा ‘
kavya ganga